जब भगवान श्री राम ने पृथ्वी का भार कम करने के लिये अवतार लिया तो भगवान शंकर ने भी उनका साथ देने के लिये श्री हनुमान के रूप में माता अंजनी के गर्भ से जन्म लिया। यह त्यौहार चैत्र मास की चौदस को मनाया जाता है। इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिये तथा हनुमान जी के चरणों में प्रणाम कर तिलक लगाना चाहिये।